Forest Fire Episode-6 (Bhuwan Pathak, Social Activist,garur,Bageshwar)
जंगल हमेशा आग फैलाने वाली चीजों को ही पैदा करते हैं लेकिन मनुष्यों का, पशुओं का हस्तक्षेप जंगलों में बारहमास बना रहता था लिहाजा चारा पत्ती, जलावन की लक़ड़ी, बिछावन की पत्तियां व पिरुल जंगल से जाते रहते थे। आज जंगलों में ईधन का, बिछावन की पत्तियों का, सूखी लकड़ियों की अधिकता हो गई है। पशु ग्वाले नहीं गए तो जंगल की घास भी जस की तस बनी रही लिहाजा आग के सारे कारक जंगल में बढ़ गए हैं और फिर लोगों की प्रतिबद्धताएं भी जंगल व पशुओं के प्रति खत्म हो गई हैं, उनकी प्राथमिकता में अब मोबाइल व मोबाइल टावर ज्यादा आ गए हैं। लोगों की, समाज की प्रतिबद्धता चूंकि जंगल, खेती व पशुओं के प्रति खत्म हो गई है तो वि